- Introduction to C variables in Hindi
- Creating C variables in Hindi
- Scope of C variables in Hindi
Introduction to C Variables
यदि आप किसी data के साथ operations perform करना चाहते है तो इसके लिए सबसे पहले आपको उसे computer की memory में store करना पड़ता है। Computer memory में data को store करने के लिए variables का प्रयोग किया जाता है।
एक variable memory में किसी location का नाम होता है। यह नाम (या variable) उस memory location को computer की संपूर्ण memory में uniquely identify करने के लिए प्रयोग किया जाता है और इसी नाम के द्वारा आप उस memory location में data store करते है और उस data को पुनः प्राप्त करते है।
उदाहरण के लिए ये आपके computer का memory space है। आप computer की memory में कुछ data store करना चाहते है। जैसे की किसी व्यक्ति का नाम, उम्र आदि। Computer की memory में data store करवाने से पहले आप बताते है की आप किस तरह का data store करेंगे।
यह आप data types के द्वारा define करते है। उसी के अनुसार आपको memory में space मिलता है। यानि की यदि आपने int define किया है तो 2 bytes variable को memory में compiler allot करेगा।
इसके बाद आपको उस memory location का नाम define करना होता है। ताकि आप जब भी चाहे उस memory location में store की गई value को इस नाम के द्वारा access कर सके। यही नाम variable कहा जाता है।
Variables की values changeable होती है। आप एक value को हटाकर दूसरी value डाल सकते है। ऐसा आप compile time पर भी कर सकते है और dynamically (program execution के दौरान) भी कर सकते है।
Creating C Variables
एक variable create करने के लिए सबसे पहले आप data type define करते है। इसके बाद आप एक unique नाम define करते है।
/* Without value assignment */
<data-type> <variable-name>;
/* With value assignment */
<data-type> <variable-name> = <variable-value>;
|
q
उदाहरण के लिए नीचे दिए गए statement को देखिये।
/* Variable declaration with value assignment */
int Age = 25; |
इस statement के द्वारा एक integer variable create किया गया है, जिसका नाम Age है और इस variable को 25 value assign की गई है। आइये अब समझते है की compiler इस statement को किस प्रकार execute करता है।
जब compiler सबसे पहले int को execute करता है तो वह computer की memory में से 2 bytes की memory allot करता है। इसके बाद जब compiler Age को execute करता है तो वह उस 2 bytes की memory को Age नाम दे देता है। इसके बाद जब compiler = 25 को execute करता है तो वह 25 को इस memory location पर store कर देता है।
अब जब भी आप इस value को access करना चाहते है तो Age नाम के द्वारा इसे access कर सकते है।
Scope of C Variables
कोई variable पूरे program में किस किस जगह पर use किया जा सकता है। ये उसका scope होता है। Scope के अनुसार variables को 2 categories में divide किया गया है।
Local Variables
Local variables वो variables होते है जो program के किसी छोटे block में define किये जाते है जैसे की function, control statement block आदि। इस तरह के variables का use सिर्फ उसी block तक ही limited रहता है।
जैसे की यदि आपने किसी function में कोई variable create किया है तो आप उस variable को उस function के बाहर use नहीं कर सकते है।
#include<stdio.h>
void myFunction();
int main()
{
int num=6;
myFunction();
printf(“Num in main() : %d”, num);
return 0;
}
void myFunction()
{
/* local variable num */
int num= 5;
printf(“Num in myFunction : %dn”,num);
}
|
Num in myFuntion() : 5
Num in main() : 6
|
Global Variables
Global variables वो variables होते है जिनका scope पूरे program में होता है। इन variables को आप पूरे program में किसी भी access कर सकते है। इन variables को program की शुरुआत में ही define कर दिया जाता है।
#include<stdio.h>
/* A global variable */
int num=5;
void myFunction();
int main()
{
myFunction();
printf(“Num in main() : %d”,num);
return 0;
}
void myFunction()
{
printf(“Num in myFunction : %dn”,num);
}
|
Num in myFunction() : 5
Num in main() : 5
|
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