आपने अक्सर कंप्यूटर (computer) में विंडोज इंस्टॉल (Windows Install)
कराते समय बूटिंग (Booting) या बूटेबल (Bootable) शब्द सुना होगा, लेकिन
क्या आप जानते हैं कि क्या होती है ये बूूटिंग अगर नहीं तो चलिये जानते
हैं कि What is Booting Process in Computer - कंप्यूटर में बूटिंग क्या
होती है -
जब आप कंप्यूटर (computer) का पावर बटन (Power button) या स्टार्ट बटन (Start button) प्रेस करते हैं, तो विंंडोज स्टार्ट होने से पहले कंंप्यूटर में कई सारी प्रक्रियायें होती है, जिसमें बूटिंग भी एक जरूरी प्रक्रिया है -
जब आप कंप्यूटर (computer) का पावर बटन (Power button) या स्टार्ट बटन (Start button) प्रेस करते हैं, तो विंंडोज स्टार्ट होने से पहले कंंप्यूटर में कई सारी प्रक्रियायें होती है, जिसमें बूटिंग भी एक जरूरी प्रक्रिया है -
- पावर बटन से करें शटडाउन, स्लीप और हाइबरनेट
- जब आप कंप्यूटर स्टार्ट करते हैं तो सीपीयू (CPU) और बायोस (BIOS) मिलकर कंप्यूटर को स्कैन करते हैं, जिसमें कंप्यूटर यह पता करता है कि मदरबोर्ड से कौन-कौन से उपकरण जुडें है और ठीक प्रकार से काम कर रहे हैं या नहीं, इसमें रैम, डिस्पले, हार्डडिस्क आदि की जॉच होती है, यह प्रक्रिया पोस्ट (Post) कहलाती है।जब कंप्यूटर पोस्ट (Post) की प्रकिया कंम्पलीट कर लेता है तो बायोस (BIOS) बूूटिंग डिवाइस को सर्च करता हैै, वह हर बूट डिवाइस में बूटिंग फाइल को सर्च करता है, सबसे पहले First Boot Device, फिर Second Boot Device इसके बाद Third Boot Device और अगर इसमें भी बूटिंग फाइल न मिले तो Boot Other Device, बायोस (BIOS) को जिसमें भी पहले बूटिंग फाइल (Booting File) मिल जाती है। वह उसी से कंप्यूटर को बूट करा देता है और कंप्यूटर में विंडो की लोडिंग शुरू हो जाती है।
- पेनड्राइव को विण्डोज 7 और 8 के लिये Bootable बनायें
जो लोग सीडी या डीवीडी से विंडोज इंस्टॉल करते हैं वह First Boot Device
के तौर पर CDROM को सलेक्ट करते हैं, लेकिन हर किसी सीडी से बायोस (BIOS) कंप्यूटर
को बूट नहीं करा सकता है इसके लिये सीडी या डीवीडी का बूटेबल (Bootable CD
or DVD) होना जरूरी है, बूटेबल (Bootable) होने का मतलब है कि उसमें
बूटिंग फाइल (Booting File) होना चाहिये जिससे बायोस (BIOS) उसे पढ सके।
अगर आपके कंप्यूटर में कोई भी (Bootable Media) नहीं है तो आपको Insert
Boot Media Disk का Error दिखाई देगा, Error आपको तब भी दिखाई देे सकता है
जब आपको कंप्यूटर हार्डडिस्क से बूट न ले रहा हो।
Type of Booting - बूटिंग के प्रकार
कंप्यूटर में बूटिंग दो प्रकार की होती है कोल्ड बूटिंग (Cold booting) और वार्म बूटिंग (Warm Booting) -
What is Cold booting कोल्ड बूटिंग क्या होती है -
जब आप सीपीयू के कंप्यूटर (computer) का पावर बटन (Power button) या स्टार्ट बटन (Start button) को प्रेस कर कंप्यूटर को स्टार्ट करते हैं तो इसे कोल्ड बूटिंग (Cold booting) कहा जाता है।
What is Warm Booting वार्म बूटिंग क्या होती है -
कंप्यूटर के हैंग होने की स्थिति में की-बोर्ड के द्वारा Alt+Ctrl+Del
दबाकर या फिर रिस्टार्ट बटन का उपयोग कंप्यूटर को दोबारा बूट कराने की
प्रकिया वार्म बूटिंग कहलाती (Warm Booting) या रीबूट (reboot) भी कहते
हैं
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें