- Introduction to C header files in Hindi
- Types of header files in Hindi
- Creating & Using header files in C program in Hindi
Introduction to C Header Files
अभी तक आपने हर C program में header file का प्रयोग किया है। कई बार कुछ ऐसे functions या macros होते है जिनकी जरुरत बार बार अलग अलग projects में पड़ती है।
इन functions आदि को एक particular extension (.h) वाली file में store कर लिया जाता है। बाद में जब भी आपको इन functions आदि की जिस भी program में जरुरत हो वँहा इस file को include कर लेते है।
Header files वो files होती है जिनमें function का declaration आदि किसी दूसरी file में यूज़ करने के लिए declare किया जाता है। Header files में macro को भी define किया जाता है।
Header files को program में यूज़ करने से आप एक ही code को बार बार लिखने से बच जाते है। इससे समय की बचत होती है। साथ ही program भी short और readable हो जाता है।
Types of Header Files
C language में header files 2 प्रकार की होती है।
- Built in Header files
- User defined header files
Built in Header Files
Built in header files वो header files होती है जो compiler आपको provide करता है। इन header files में आप कोई changes नहीं कर सकते है। इस तरह की header files basic programming functionality provide करती है।
जैसे की conio.h header file एक built in header file है और ये आपको basic console input/output functionality provide करती है।
एक ऐसी ही common built in header file stdio.h होती है। ये header file program में input/output को support करती है। इस header file में scanf(), printf() आदि functions defined होते है। इस header file को अपने program में include करके आप इन functions को यूज़ कर सकते है।
User Defined Header Files
User defined header files programmers के द्वारा create की जाती है। ये header files भी built in header files की तरह ही प्रयोग की जाती है। लेकिन इनको use करने का तरीका different होता है।
Working with Header Files
Header files के साथ काम करना बहुत ही आसान है। आइये सबसे पहले header files को create करना देखते है।
Creating Header Files
Header files को आप आसानी से create कर सकते है। इसके लिए आपको नीचे दी गयी 2 बातें हमेशा याद रखनी चाहिए।
- किसी भी header file में main() function नहीं होता है।
- Header files को हमेशा .h extension से save करना चाहिए।
जब भी आप कोई header file create करते है तो उसमे normal C program की तरह functions आदि define करते है। ये functions बिना किसी main() function के define किये जाते है। क्योंकि main() function उस file में होता है जो इस header file को include करेगी।
Functions आदि define करने के बाद आप उस file को .h extension के साथ save कर देते है। अब इस file को आप किसी भी C program में यूज़ कर सकते है।
Using Header Files
Header files को अपने program में add करने के लिए आप #include directive यूज़ करते है। ये एक pre-processor होता है, इनके बारे में आप दूसरी tutorial में जानेंगे।
जब आप किसी built in header file को include करते है तो उसे angle brackets < > में लिखते है। और जब आप किसी user defined header file को यूज़ करते है तो उसे quotation mark ” ” के अंदर लिखते है।
myHeaderFile.h
|
mySourceFile.c
|
int add(int a, int b);
int multiply(int a, int b);
add(int a, int b)
{
return a+b;
}
multiply(int a, int b)
{
return a*b;
}
|
#include <stdio.h>
#include <conio.h>
/* Include myHeaderFile.h in mySourceFile.c */
#include “myHeaderFile.h”
int main()
{
int a,b;
printf(“Enter first number : “);
scanf(“%d”, &a);
printf(“Enter second number : “);
scanf(“%d”,&b);
printf(“Sum is : %d “,add(a,b));
printf(“Multiplication is : %d”,multiply(a,b));
return 0;
}
|
Enter first number :
5
Enter second number :
3
Sum is : 8
Multiplication is : 15
|
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